पिंजरे के पंछी रे तेरा दर्द न जाने कोई भजन लिरिक्स

पिंजरे के पंछी रे,
तेरा दर्द ना जाने कोए,
तेरा दर्द ना जाने कोए ॥

कह ना सके तू, अपनी कहानी,
तेरी भी पंछी, क्या जिंदगानी रे,
विधि ने तेरी कथा लिखी है,
आँसू में कलम डुबोय,
तेरा दर्द ना जाने कोए ॥

चुपके चुपके, रोने वाले,
छुपाके रखना, दिल के छाले रे,
ये पत्थर का देश हैं पगले,
यहाँ कोई ना तेरा होय,
तेरा दर्द ना जाने कोए ॥

पिंजरे के पंछी रे,
तेरा दर्द ना जाने कोए,
तेरा दर्द ना जाने कोए ॥


Discover more from Brij Ke Rasiya

Subscribe to get the latest posts sent to your email.

Leave a Reply

error: Content is protected !!

Discover more from Brij Ke Rasiya

Subscribe now to keep reading and get access to the full archive.

Continue reading

Scroll to Top