अच्छा कर्म करने में ध्यान रखो, फल की चिंता मत करो।
अनन्य भाव से भगवान को याद करें, और उनके समीप एकाग्रता से बने रहें। वे हमेशा आपके साथ हैं।
भगवान का स्मरण करते समय, ध्यान केंद्रित रखें और आंतरिक शांति के साथ अपने चित्त को एकीकृत करें।
जीवन में धर्म का पालन करो और सत्य का मार्ग चुनो। जो भी कार्य तुम सत्य और धर्म के आदान-प्रदान…
मन को संयमित करो और भगवान की आराधना करो। जब तुम भगवान के साथ स्थिर रहोगे, तब तुम्हें सुख और…
भगवान की भक्ति करते समय, अपनी नींद, गर्व, और भ्रम को छोड़ दें। आपका मन शुद्धता और प्रेम के साथ…
जय श्री कृष्ण श्रधेय आचार्य श्री देवकी नन्दन जी (श्याम सखा ) द्वारा श्री मद भागवत कथा ज्ञान यज्ञ प्रथम…
एक प्राचीन भूमि जहाँ नदी और समुद्र का मिलान होता है, जहाँ आस्था और तथ्य का मिलाप होता है। जिधर…
भगवान की कृपा से, हम अपनी अवधारणाओं और संकल्पों को प्राप्त करते हैं, जो हमें सच्चे सुख की ओर ले…
भगवान कहते हैं, “कर्म करो, फल की चिंता मत करो।” जीवन में समर्पण और कर्मयोग के माध्यम से आप उच्चतम…