कबीर दोहे हिंदी में – भक्ति प्रतिक
कामी क्रोधी लालची, इनसे भक्ति ना होय। भक्ति करै कोई सूरमा, जाति बरन कुल खोय॥ अर्थ (Meaning in Hindi): कामी […]
कामी क्रोधी लालची, इनसे भक्ति ना होय। भक्ति करै कोई सूरमा, जाति बरन कुल खोय॥ अर्थ (Meaning in Hindi): कामी […]
गुरु गोविंद दोऊँ खड़े, काके लागूं पांय। बलिहारी गुरु आपने, गोविंद दियो बताय॥ अर्थ (Meaning in Hindi): गुरु गोविंद दोऊ
कबीर ते नर अन्ध हैं, गुरु को कहते और। हरि के रुठे ठौर है, गुरु रुठे नहिं ठौर॥ अर्थ (Meaning