मेरी लगी श्याम संग प्रीत, ये दुनिया क्या जाने मुझे मिल गया मन का मीत, ये दुनिया क्या जाने क्या…
कान्हा रे थोडा सा प्यार दे, चरणों में बैठा के तार दे ओ गोरी, घूंघट उतर दे, प्रेम की भिक्षा…
फूलो में सज रहे हैं, श्री वृन्दावन बिहारी। और साथ सज रही हैं, वृषभान की दुलारी॥ टेढ़ा सा मुकुट सर…
Choti Choti Gaiya Chote Chote Gowal, Choto so mero Madan Gopal… Aage aage gaiya, peeche peeche gwal, Beech mai mero…