समस्त जीवों की एकता को समझो, तभी तुम स्वयं को पूर्ण मान सकोगे।
समस्त जीवों की एकता को समझो, तभी तुम स्वयं को पूर्ण मान सकोगे।
समस्त जीवों की एकता को समझो, तभी तुम स्वयं को पूर्ण मान सकोगे।
जीवन में सच्ची खुशियाँ प्राप्त करने के लिए, आपको दूसरों के लिए दिया जाने वाला प्रेम और सेवा करना होगा।
प्रेम से जीने की कला को श्री कृष्ण ने हमें सिखाया है।
प्रेम करो, क्योंकि प्रेम ही जीवन की एकमात्र शक्ति है।
जीवन की राह पर चलते रहो, क्योंकि श्री कृष्ण हमेशा तुम्हारे साथ हैं।
अपने मन को वश में करो, तब सभी विकारों से मुक्ति मिलेगी।
भगवान का स्मरण करते समय, जीवन के सभी पहलुओं में आदर्शता बनाए रखें।
भगवान के संग सदैव रहें और उनके द्वारा दिए गए मार्ग पर चलें। वे हमेशा आपकी रक्षा करेंगे।
अर्जुन, इंसान शरीर को त्याग देता है परंतु आत्मा अमर है।
भगवान के प्रति आपकी अनुराग और समर्पण की दृष्टि से, आपके जीवन में सभी चीजें संगठित हो जाती हैं।