जब तुम अपनी कर्तव्य पर ध्यान केंद्रित करोगे, तो तुम्हारा रास्ता स्पष्ट हो जाएगा।
जब तुम अपनी कर्तव्य पर ध्यान केंद्रित करोगे, तो तुम्हारा रास्ता स्पष्ट हो जाएगा।
जब तुम अपनी कर्तव्य पर ध्यान केंद्रित करोगे, तो तुम्हारा रास्ता स्पष्ट हो जाएगा।
जो अधर्म के लिए खड़ा होता है, उसे सत्य का सहारा मिलता है।
प्रेम करना सीखो, अन्यथा कार्यों का अर्थ नहीं होता। जब तुम प्रेम करोगे, तब तुम्हारा मन परमात्मा के पास बस
भगवान के चरणों में आश्रय लें, क्योंकि वे हमारे सभी कर्मों का पालन करते हैं और हमें उद्धार करते हैं।
भगवान कहते हैं, “जैसी आपकी भावना होगी, वैसा ही आपका फल होगा।” अपने मन को सकारात्मक और निर्मल रखें।
भगवान के आदर्शों को अपने जीवन में शामिल करें, क्योंकि वे सत्य, प्रेम, और त्याग के प्रतीक हैं।
भगवान की कृपा को प्राप्त करने के लिए, आपको धैर्य और आत्मविश्वास से कार्य करना होगा।
मुझे अपने ही रंग में रंगले, मेरे यार सांवरे, मेरे यार सांवरे दिलदार सांवरे ॥ ऐसा रंग तू रंग दे
ढोल नगाड़ा बाजे शंख घड़ियाल गूंजे, मृदंग बाजे बाजे खड़ताल, राम के भजन में होके मगन देखो, घुंघरू बाँध नाचे
जब तक हम किसी के लिए कुछ नहीं करते, तब तक हम कुछ नहीं बन सकते। भगवान की सेवा करें