सांवरिया कर दो बेड़ा पार,
आज हम तुम्हे बुलाते है,
तुम्हे बुलाते है,
ओ बाबा शीश झुकाते है,
साँवरिया कर दो बेडा पार,
आज हम तुम्हे बुलाते है।।
सबकी नैया पार लगाते,
सारे बिगड़े काम बनाते,
मेरी बारी तरस ना खाते,
नैया पड़ी मजधार,
आज हम तुम्हे मनाते है,
साँवरिया कर दो बेडा पार,
आज हम तुम्हे बुलाते है।।
हारे के हो तुम ही सहारे,
बस इतनी सी अर्जी प्यारे,
संकट दूर भगा दे सारे,
जपे तुम्हारे नाम की माला,
ध्यान लगाते है,
साँवरिया कर दो बेडा पार,
आज हम तुम्हे बुलाते है।।
कलयुग के तुम देव निराले,
गिरते को तू पल में संभाले,
पार लगा दे खाटू वाले,
बड़े बड़े पापी तारे,
जो शरण में आते है,
साँवरिया कर दो बेडा पार,
आज हम तुम्हे बुलाते है।।
पल भर में करता सुनवाई,
सारी दुनिया करे बड़ाई,
मेरी बारी क्यों देर लगाई,
हाथ जोड़कर हम सब तेरा,
ध्यान लगाते है,
साँवरिया कर दो बेडा पार,
आज हम तुम्हे बुलाते है।।
सांवरिया कर दो बेड़ा पार,
आज हम तुम्हे बुलाते है,
तुम्हे बुलाते है,
ओ बाबा शीश झुकाते है,
साँवरिया कर दो बेडा पार,
आज हम तुम्हे बुलाते है।।
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