है तमन्ना ये ही ज़िन्दगी में मेरी,
तेरे दरबार आता और जाता रहूं,
गाऊं तेरे भजन खाटू वाले प्रभु,
गा के भजनो से तुझको रिझाता रहूं,
है तमन्ना यही।।
तर्ज – मैं तेरे इश्क़ में।
दर्दे दिल की मेरे पहचान ले,
तेरा प्रेमी हूँ बाबा ये तू जान ले,
बेखबर ले खबर सांवरे मुलीधर,
नाचूं होक मगन खाटू वाले प्रभु,
तेरे चौखट पे सर को झुकाता रहूं,
गाऊं तेरे भजन खाटू वाले प्रभु,
गा के भजनो से तुझको रिझाता रहूं,
है तमन्ना यही।।
प्रेमी कितने हैं तेरे संसार में,
प्रेम मिलता नहीं है बाज़ार में,
प्रेम ही साधना प्रेम आराधना,
प्रेम पूजा तेरी प्रेम ही वन्दना,
प्रेम की ज्योत दिल में जगाता रहूं,
गाऊं तेरे भजन खाटू वाले प्रभु,
गा के भजनो से तुझको रिझाता रहूं,
है तमन्ना यही।।
मेरे बाबा ना मेरा इम्तिहान ले,
तेरी चौखट पे रख दी है जान रे,
करके सेवा तेरी गुज़री है ज़िन्दगी,
तूने इतना दिया एहसान किया,
‘पिंटू’ किरपा की गाथा सुनाता रहूं,
गाऊं तेरे भजन खाटू वाले प्रभु,
गा के भजनो से तुझको रिझाता रहूं,
है तमन्ना यही।।
है तमन्ना ये ही ज़िन्दगी में मेरी,
तेरे दरबार आता और जाता रहूं,
गाऊं तेरे भजन खाटू वाले प्रभु,
गा के भजनो से तुझको रिझाता रहूं,
है तमन्ना यही।।
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