हे राम भक्त हनुमान जी,
मुझे ऐसी भक्ति दो,
चरणों की सेवा कर सकूँ,
प्रभु ऐसी शक्ति दो,
हे राम भक्त हनुमान जी।।
कारज सवारन राम के,
अवतार तुम लहे,
अवतार तुम लहे,
हे शंकर सुवन अंजनीसुत,
मुझको भी मुक्ति दो,
चरणों की सेवा कर सकूँ,
प्रभु ऐसी शक्ति दो,
हे राम भक्त हनुमान जी।।
माना की मैं श्री राम सम,
पावन नहीं प्रभु,
पावन नहीं प्रभु,
सेवा से पावन हो सकूँ,
मुझे ऐसी युक्ति दो,
चरणों की सेवा कर सकूँ,
प्रभु ऐसी शक्ति दो,
हे राम भक्त हनुमान जी।।
जन्मों जन्मों के योग से,
सेवा का पथ मिलें,
सेवा का पथ मिलें,
इस पावन पथ पे चल सकूँ,
अब ना विरक्ति हो,
चरणों की सेवा कर सकूँ,
प्रभु ऐसी शक्ति दो,
हे राम भक्त हनुमान जी।।
हे बलशाली हनुमत तेरी,
महिमा अनंत है,
महिमा अनंत है,
सेवक और सेवाधर्म की,
अब ना समाप्ति हो,
चरणों की सेवा कर सकूँ,
प्रभु ऐसी शक्ति दो,
हे राम भक्त हनुमान जी।।
हे राम भक्त हनुमान जी,
मुझे ऐसी भक्ति दो,
चरणों की सेवा कर सकूँ,
प्रभु ऐसी शक्ति दो,
हे राम भक्त हनुमान जी।।
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