हर हर नर्मदे गाइये,
मेकलसुता रेवा मैया की,
भक्ति में खो जाइये,
हर हर नर्मदे गाइयें,
हर हर नर्मदे गाइयें।।
पुण्य सलीला रेवा मैया,
जन जन को है तारे,
रेवा रेवा नाम जपे जो,
उसके वारे न्यारे,
हर हर नर्मदे हर हर नर्मदे,
सुबह शाम दोहराइये,
हर हर नर्मदे गाइयें,
हर हर नर्मदे गाइयें।।
रेवा जल के कंकर कंकर,
बसते भोले शंकर,
माँ रेवा के दर्शन से भैया,
मिट जाते हर संकट,
दीप दान रेवा में करके,
दीप दान रेवा में करके,
जीवन धन्य बनाइए,
हर हर नर्मदे गाइयें,
हर हर नर्मदे गाइयें।।
हर हर नर्मदे गाइये,
मेकलसुता रेवा मैया की,
भक्ति में खो जाइये,
हर हर नर्मदे गाइयें,
हर हर नर्मदे गाइयें।।
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