सैया सतगुरु मन भाया जी,
कृपा करी गुरुदेव ने,
दर्शन पाया जी।।
सोता जीव अज्ञान दशा में,
गुरु जी आई जगाया,
सोहम शब्द सुनाई,
मेरा भरम मिटाया जी,
सैयां सतगुरु मन भाया जी,
कृपा करी गुरुदेव ने,
दर्शन पाया जी।।
कुमता हटी सुमिता बड़ी,
मन धीरज आया,
मैं जाता मझधार में,
गुरु जी आई बचाया,
सैयां सतगुरु मन भाया जी,
कृपा करी गुरुदेव ने,
दर्शन पाया जी।।
सतगुरु दीन दया के सागर,
जग में आया जी,
खोलने मोक्ष द्वारा,
अगम की राह लगाया रे,
सैयां सतगुरु मन भाया जी,
कृपा करी गुरुदेव ने,
दर्शन पाया जी।।
लादू दास मिले गुरु पूरा,
सत समझाया,
खिवा के सतगुरु की,
शोभा बधावा गया,
सैयां सतगुरु मन भाया जी,
कृपा करी गुरुदेव ने,
दर्शन पाया जी।।
सैया सतगुरु मन भाया जी,
कृपा करी गुरुदेव ने,
दर्शन पाया जी।।
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