सतगुरु सुनावे सुनजो,
कर्म की बात रे,
भोमजी महाराज बोले,
धर्म की बात रे।।
गौचर भूमि छोड़ो,
गौचर को रेन दे,
पाप ओ जग में भाई,
सुख सु ना रेन दे,
एक है मायड़ जननी,
दूजी गौ मात रे,
भोमजी महाराज बोलें,
धर्म की बात रे।।
नीच निक्कमे खाई,
शर्म को बेचकर,
पाप की जोड़े पाई,
बेटी को बेचकर,
बेटी को पैसों लेनो,
है घनघोर पाप रे,
भोमजी महाराज बोलें,
धर्म की बात रे।।
नारी तू नारायणी,
मर्यादा माय ने,
अपनो धर्म क्यू तज ने,
लाज गवाय रे,
नारी धर्म ने तजिया,
होवे अपवाद रे,
भोमजी महाराज बोलें,
धर्म की बात रे।।
सनातन है संस्कृति,
सनातन है हिन्दू जन,
बात गुरु की मानो,
ओ ही अपनो धर्म,
हरी ॐ गावे सगला,
मानों म्हारी बात ने,
भोमजी महाराज बोलें,
धर्म की बात रे।।
सतगुरु सुनावे सुनजो,
कर्म की बात रे,
भोमजी महाराज बोले,
धर्म की बात रे।।
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