फागण को मेलो आयो है,
म्हारा छैल छबीलो श्याम,
खाटू का राजा मेहर करो,
म्हारा छैल छबीलो श्याम,
खाटू का राजा मैहर करो।।
मंदरिये में म्हारो बाबा,
ठाठ लगाकर कर बैठ्यो है,
भगता म्हारा कब आवेगा,
आस लगाकर बैठ्यो है,
आंख्या तरस गई बाबा श्याम,
घणी याद सतावे रे,
खाटू का राजा मेहर करो,
म्हारा छैल छबीलो श्याम,
खाटू का राजा मैहर करो।।
हीरा मोत्या गजरा से,
बाबा ने खूब सजायो है,
नजर कहीं ना लग जाए,
बनड़ा सा तुझे बनायो है,
लाग्या जो काजल आंख्या में,
दूल्हा सा लग रहा श्याम,
खाटू का राजा मेहर करो,
म्हारा छैल छबीलो श्याम,
खाटू का राजा मैहर करो।।
आस की डोर ना टूटे बाबा,
ये विश्वास दिलाना श्याम,
‘श्रेया मन्नू अविनाश’ का,
हर पल साथ निभाना श्याम,
प्रीत का धागा बाँधा आप से,
जल्दी आउंगी श्याम,
खाटू का राजा मेहर करो,
म्हारा छैल छबीलो श्याम,
खाटू का राजा मैहर करो।।
फागण को मेलो आयो है,
म्हारा छैल छबीलो श्याम,
खाटू का राजा मेहर करो,
म्हारा छैल छबीलो श्याम,
खाटू का राजा मैहर करो।।
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तर्ज क्या है जी 🙏
यह भजन श्री मान Sanju Sharma जी का है, आप उनका ये भजन Youtube पर भी सुन सकते है:- https://www.youtube.com/watch?v=ctHe-Z-ybfE