आये है माँ के नवराते,
घर घर ज्योत जली मैया की,
घर घर ज्योत जली मैया की,
गली गली में जगराते,
आये है माँ के नौराते,
आये है माँ के नौराते।।
यही वो दिन धरती पे माँ आती,
यही वो दिन घर घर में माँ जाती,
लेती खबरिया उन भक्तो की,
लेती खबरिया उन भक्तो की,
जो मैया के गुण गाते,
आये है माँ के नौराते,
आये है माँ के नौराते।।
मैया जी संग अपने खजाना लाती,
मैया जी दिल खोल के खूब लुटाती,
भर देती है सबकी तिजोरी,
भर देती है सबकी तिजोरी,
गल्ले सबके भर जाते,
आये है माँ के नौराते,
आये है माँ के नौराते।।
यही वो दिन कन्या रूप बनाती,
यही वो दिन हलवा पूड़ी खाती,
बड़े नसीबों वाले है जो,
बड़े नसीबों वाले है जो,
कन्या पूजन करवाते,
आये है माँ के नौराते,
आये है माँ के नौराते।।
मैया जी नौ दिन का मेला रचाती,
की सारे भक्तो को अपना बनाती,
‘श्याम’ कहे जब होती विदाई,
भक्तो के दिल भर आते,
आये है माँ के नौराते,
आये है माँ के नौराते।।
आये है माँ के नवराते,
घर घर ज्योत जली मैया की,
घर घर ज्योत जली मैया की,
गली गली में जगराते,
आये है माँ के नौराते,
आये है माँ के नौराते।।
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