आया है शुभ दिन दीपावली का,
जगमग हुआ हर कोना,
आज ज़मी का,
आया है शुभ दिन दिपावली का।।
राम अयोध्या में लौट आये,
अवध वासी सब मंगल गायें,
फिर तो ठिकाना रहा ना ख़ुशी का,
जगमग हुआ हर कोना,
आज ज़मी का,
आया है शुभ दिन दिपावली का।।
दीपों की माला ऐसे सजी है,
जैसे के जुगनू की लड़ियाँ लगी हैं,
आया त्यौहार देखो ये रौशनी का,
जगमग हुआ हर कोना,
आज ज़मी का,
आया है शुभ दिन दिपावली का।।
अन्धकार अब घटने लगा है,
दुःख का ये बादल छटने लगा है,
ज़िक्र ना होगा कहीं आँखों की नमी का,
जगमग हुआ हर कोना,
आज ज़मी का,
आया है शुभ दिन दिपावली का।।
आया है शुभ दिन दीपावली का,
जगमग हुआ हर कोना,
आज ज़मी का,
आया है शुभ दिन दिपावली का।।
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