सारी दुनिया में जिसका,
दरबार निराला है,
कोई और नहीं है वो,
मेरा खाटू वाला है,
हारे हुए को पल भर में,
जिताने वाला है,
कोई और नहीं है वो,
मेरा खाटूवाला है।।
सुंदर सुंदर पुष्पों में एक,
बैठी छवि नूरानी,
मस्तक पर चंदन का टीका,
मूछे है मतवाली,
प्यारा प्यारा मुखड़ा जिनका,
सबको लुभाता है,
कोई और नहीं है वो,
मेरा खाटूवाला है।।
एक तीर से पीपल के,
पत्तों को छेद दिया था,
मुरली वाले के चरणों में,
शीश का दान किया था,
माँ को वचन ये दे आया,
हारे का सहारा है,
कोई और नहीं है वो,
मेरा खाटूवाला है।।
बड़ा दयालु बड़ा कृपालु,
मेरा बाबा श्याम,
हार के दर पे जो भी जाता,
हाथ वो लेता थाम,
अपने भक्तों पर ये बड़ा ही,
प्यार लुटाता है,
कोई और नहीं है वो,
मेरा खाटूवाला है।।
जब जब देखु तुमको बाबा,
मैं तुझमें खो जाऊं,
मन करता है बाबा तेरे,
खाटू में बस जाउं,
हर मुश्किल में ‘संजय दीप’ का,
साथ निभाता है,
कोई और नहीं है वो,
मेरा खाटूवाला है।।
सारी दुनिया में जिसका,
दरबार निराला है,
कोई और नहीं है वो,
मेरा खाटूवाला है,
हारे हुए को पल भर में,
जिताने वाला है,
कोई और नहीं है वो,
मेरा खाटूवाला है।।
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