सतगुरु आया रे,
सैया म्हारे पावणा,
जाग्या पुरबला भाग,
सतगुरु आया रै।।
चोक बुवारूँ रे पंखी मोर सू,
आसन ढलाऊँ चंदन पाठ,
सतगुरु आया रै।।
चँवर धुलाऊँ रै काचाँ दुःध से,
चँवर धुलाऊँ कर चाँव,
सतगुरु आया रै।।
शब्द सुनाया रै सतसंग माईने,
खोल्या म्हारा हिवड़ा रा भाग,
सतगुरु आया रै।।
भर्म मिटायो रै भोला जीव को,
लागी म्हारे शब्दा कि मार,
सतगुरु आया रै।।
बाई मीरा कि वो सतगुरु विनती,
दिज्यो म्हारो जन्म सुधार,
सतगुरु आया रै।।
सतगुरु आया रे,
सैया म्हारे पावणा,
जाग्या पुरबला भाग,
सतगुरु आया रै।।
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