राडाजी आवो थे,
कर ललकार,
दिवलो जगायो,
थारा नाम रो हो जिओ।।
अन्नदाता बैठा बैठा,
उदयपुर माय,
जमलो जगायो,
थारा नाम रो हो जिओ।।
राडाजी कोनी थारे,
देवल माई देव,
आज जागण में वेगा,
आवजो हो जिओ।।
अन्धlता आवो थे,
थुप रे धुवाडे,
जमलो जगायो थारा,
नाम रो हो जिओ।।
राडाजी भजन थारा,
धरम गावे आज,
दुःखमे सुमरा हा,
थाने आवजो हो जिओ।।
राडाजी आवो थे,
कर ललकार,
दिवलो जगायो,
थारा नाम रो हो जिओ।।
Discover more from Brij Ke Rasiya
Subscribe to get the latest posts sent to your email.