भोले बाबा तेरे दरबार में जो आते है,
दोहा – तेरा ही नाम सुनकर बाबा,
आया हूँ दूर से,
झोली मेरी को भर दो बाबा,
अपने ही नूर से।
जहाँ जिक्र भोलेनाथ होता है,
मेरा बाबा उनके करीब होता है,
तेरी चौखट से मांगने वाला,
कौन कहता है गरीब होता है।
भोले बाबा तेरे दरबार में जो आते है,
झोलियां भरते है खाली नहीं वो जाते है,
झोलियां भरते है खाली नहीं वो जाते है।।
हम तो चले आए है,
दिल में बड़े अरमान लिए,
छोड़ेंगे दर ना तेरा,
दिल में अपने ठान लिए,
तेरे दरबार में,,,
तेरे दरबार में जो आके सर झुकाते है,
झोलियां भरते है खाली नहीं वो जाते है,
झोलियां भरते है खाली नहीं वो जाते है।।
तेरे चरणों में बाबा,
थोड़ी जगह मिल जाए,
मेरे पतझड़ सी जिंदगी में,
फूल खिल जाए,
तेरी महिमा का गीत,,,
तेरी महिमा का गीत भक्त सारे गाते है,
झोलियां भरते है खाली नहीं वो जाते है,
झोलियां भरते है खाली नहीं वो जाते है।।
तू ही निर्बल का बल,
और बेबस का साथ है तू,
सारी दुनिया के,
नाथों का नाथ है तू,
तेरे चरणों की धूल,,,
तेरे चरणों की धूल जो भी सर लगाते है,
झोलियां भरते है खाली नहीं वो जाते है,
झोलियां भरते है खाली नहीं वो जाते है।।
भोले बाबा तेरे दरबार में जो आते हैं,
झोलियां भरते है खाली नहीं वो जाते है,
झोलियां भरते है खाली नहीं वो जाते है।।
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