फूलों में सज रहे मेरे बांके बिहारी,
बेला गुलाब जूही चंपा गुलनारी,
फूलो में सज रहे मेरे बांके बिहारी,
फूलों के सज गए बंगले कैसी शोभा न्यारी,
फूलो में सज रहे मेरे बांके बिहारी।।
phoolon mein saj rahe mere banke bihari
सोहे मुकुट फूलन के फूलन की माला,
फूलन के बाजूबंद कुंडल विशाला,
फूलों के पटका सोहे फूलों की किनारी,
फूलो में सज रहे मेरे बांके बिहारी।।
फूलों के नख केसर और फूलों के कंगना,
वारी वारी जाऊं खूब फूलों में सजना,
संग विराज रही श्री श्यामा प्यारी,
फूलो में सज रहे मेरे बांके बिहारी।।
धन्य वृंदावन की फूल और कलियां,
जिनसे सजी है देखो यह कुंज गलियां,
मेहक रही है कैसी यहां फुलवारी,
फूलों में सज रहे मेरे बांके बिहारी।।
श्री चरणों में सोहे फूलों की पायल,
निरखत ‘चित्र विचित्र’ भये पागल,
दर्शन बिहारी जू के अति सुखकारी,
Krishna
फूलों में सज रहे मेरे बांके बिहारी।।
फूलों में सज रहे मेरे बांके बिहारी,
बेला गुलाब जूही चंपा गुलनारी,
फूलो में सज रहे मेरे बांके बिहारी,
फूलों के सज गए बंगले कैसी शोभा न्यारी,
फूलो में सज रहे मेरे बांके बिहारी।।
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