तेरी दीवानी दीवानी सांवरिया,
चढ़ गयो मोपे रंग रंग,
तेरो चढ़ गयो मोपे रंग,
आय हाय ये कैसी,
बरखा बदरिया,
पावन हो गयो अंग अंग,
मेरो पावन हो गयो अंग,
तेरी दीवानी दीवानी साँवरिया,
चढ़ गयो मोपे रंग रंग,
तेरो चढ़ गयो मोपे रंग।।
तर्ज – कब आएगा मेरे बंजारे।
मुझको कुछ भी होश नहीं है,
द्वार खड़ी हूँ दोष नहीं है,
पगली दीवानी सब कहने लगे है,
पगली दीवानी सब कहने लगे है,
घर वाले भी है सारे दंग दंग,
मोपे चढ़ गया तेरो रंग रंग,
मोपे चढ़ गया तेरो रंग।।
अच्छा कहे या कह दे बुरा तू,
खोल के आँखे देख जरा तू,
मुझको भिगोया मैं तुझको भिगो दूँ,
मुझको भिगोया मैं तुझको भिगो दूँ,
आजा खेले होली संग संग,
मोपे चढ़ गया तेरो रंग रंग,
मोपे चढ़ गया तेरो रंग।।
श्याम सलोने हे गिरधारी,
थाम ले बईया मदन मुरारी,
‘लहरी’ हूँ मैं बम बम लहरी से,
‘लहरी’ हूँ मैं बम बम लहरी से,
लेके पि गई थोड़ी भंग भंग,
मोपे चढ़ गया तेरो रंग रंग,
मोपे चढ़ गया तेरो रंग।।
तेरी दीवानी दीवानी सांवरिया,
चढ़ गयो मोपे रंग रंग,
तेरो चढ़ गयो मोपे रंग,
आय हाय ये कैसी,
बरखा बदरिया,
पावन हो गयो अंग अंग,
मेरो पावन हो गयो अंग,
तेरी दीवानी दीवानी साँवरिया,
चढ़ गयो मोपे रंग रंग,
तेरो चढ़ गयो मोपे रंग।।
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