तू एक बार आजा गिरिराज की शरण में लिरिक्स

तू एक बार आजा,
गिरिराज की शरण में,
गिरिराज की शरण में,
महाराज की शरण में,
तू रंक हो या राजा,
गिरिराज की शरण में,
तु एक बार आजा,
गिरिराज की शरण में।।
देखे – श्री गिरिराज वास मैं पाऊं।
बिसरे विपिन बिहारी,
गिरिराज की शरण में,
संग में है राधा प्यारी,
गिरिराज की शरण में,
संग में है राधा प्यारी,
गिरिराज की शरण में,
परिकम्मा एक लगाजा,
गिरिराज की शरण में,
तु एक बार आजा,
गिरिराज की शरण में।।
इंद्र ने कोप कीन्हा,
बृज को बहाय दूंगा,
मेघों को बुलाकर के,
बरसात करा दूंगा,
मेघों को बुलाकर के,
बरसात करा दूंगा,
इन्द्र का मान मारा,
गिरिराज की शरण में,
तु एक बार आजा,
गिरिराज की शरण में।।
उत्सव महान होते,
गिरिराज की शरण में,
जप-ध्यान-दान होते,
गिरिराज की शरण में,
जप-ध्यान-दान होते,
गिरिराज की शरण में,
नित दीप-दान होते,
गिरिराज की शरण में,
तु एक बार आजा,
गिरिराज की शरण में।।
संतों के दर्श होते,
गिरिराज की शरण में,
भगतों के दर्श होते,
गिरिराज की शरण में,
भगतों के दर्श होते,
गिरिराज की शरण में,
चरणों में धोक लगाजा,
गिरिराज की शरण में,
तु एक बार आजा,
गिरिराज की शरण में।।
गागर सुयश की भरले,
गिरिराज की शरण में,
संतन का संग करले,
गिरिराज की शरण में,
भगतों का संग करले,
गिरिराज की शरण में,
भव सिंधु पार करजा,
गिरिराज की शरण में,
तु एक बार आजा,
गिरिराज की शरण में।।
कुंजों में ध्यान धरले,
गिरिराज की शरण में,
कृष्ण गुणगान कर ले,
गिरिराज की शरण में,
कृष्ण गुणगान कर ले,
गिरिराज की शरण में,
मीठी चिनौरी खाजा,
गिरिराज की शरण में,
तु एक बार आजा,
गिरिराज की शरण में।।
तू एक बार आजा,
गिरिराज की शरण में,
गिरिराज की शरण में,
महाराज की शरण में,
तू रंक हो या राजा,
गिरिराज की शरण में,
तु एक बार आजा,
गिरिराज की शरण में।।


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