कहीं देख दुखिया दुखी तेरा मन है यही तो भजन है लिरिक्स

कहीं देख दुखिया,
दुखी तेरा मन है,
यही तो भजन है,
यही तो भजन है।।
Kahi dekh dukhiya dukhi tera man hai
ये भी देखे – आदत बुरी सुधार लो।
कोई गिर गया है,
मैं कैसे उठाऊं,
उठाने से पहले,
स्वयं गिर ना जाऊं,
वो रोया है यदि,
तेरे मन में रुदन है,
यही तो भजन है,
यही तो भजन है।
कही देख दुखिया,
दुखी तेरा मन है,
यही तो भजन है,
यही तो भजन है।।
जरूरी नहीं है,
तुम्हें साधना की,
ना बातें करो तुम,
कभी अर्चना की,
दया है तो तन यह,
भजन का भवन है,
यही तो भजन है,
यही तो भजन है।
कही देख दुखिया,
दुखी तेरा मन है,
यही तो भजन है,
यही तो भजन है।।
कहीं एक अंधे को,
रस्ता दिखाया,
त्रषित को बिठाकर के,
पानी पिलाया,
वह है संत राही का,
शत शत नमन है,
यही तो भजन है,
यही तो भजन है।
कही देख दुखिया,
दुखी तेरा मन है,

यही तो भजन है,
यही तो भजन है।।
कहीं देख दुखिया,
दुखी तेरा मन है,
यही तो भजन है,
यही तो भजन है।।


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