करते सब पर दया की नज़र,
शिव भोले शंकर,
बाबा भोले बाबा बाबा भोले बाबा,
बाबा भोले बाबा बाबा भोले बाबा।।
तर्ज – लूट के ले गया दिल जिगर।
माथे पे चंदा जटाओं में गंगा,
कर में त्रिशूल में सोहे गले में भुजंगा,
घूमते नंदी पे बैठकर,
शिव भोले शंकर,
करते सब पर दया की नजर,
शिव भोले शंकर।।
देव असुर मानव जपे इनकी माला,
त्रिलोक में शिव का है बोलबाला,
बांटते सबको मनचाहा वर,
शिव भोले शंकर,
करते सब पर दया की नजर,
शिव भोले शंकर।।
सच्ची लगन जो भी शिव से लगाए,
बेलपत्र गंगाजल शिव पर चढ़ाए,
रहे जीवन में ना कुछ कसर,
शिव भोले शंकर,
करते सब पर दया की नजर,
शिव भोले शंकर।।
आए है हम भी शरण में तुम्हारी,
हम पर भी किरपा करो त्रिपुरारी,
मांगे दर्शन तुम्हारा अमर,
शिव भोले शंकर,
करते सब पर दया की नजर,
शिव भोले शंकर।।
करते सब पर दया की नज़र,
शिव भोले शंकर,
बाबा भोले बाबा बाबा भोले बाबा,
बाबा भोले बाबा बाबा भोले बाबा।।
Discover more from Brij Ke Rasiya
Subscribe to get the latest posts sent to your email.