भगवान के साथ एक मुखौटा धारण करें, जिससे आपका जीवन उज्ज्वल और प्रेरणादायक हो जाए।
जीवन का मकसद सिर्फ जीना नहीं होता, बल्कि अपने और दूसरों के लिए भागीदारी करना होता है।
भगवान के भक्त सिर्फ मंदिरों में नहीं, बल्कि हर जगह मिलते हैं।
अच्छा कर्म करने में ध्यान रखो, फल की चिंता मत करो।
अनन्य भाव से भगवान को याद करें, और उनके समीप एकाग्रता से बने रहें। वे हमेशा आपके साथ हैं।
भगवान का स्मरण करते समय, ध्यान केंद्रित रखें और आंतरिक शांति के साथ अपने चित्त को एकीकृत करें।
जीवन में धर्म का पालन करो और सत्य का मार्ग चुनो। जो भी कार्य तुम सत्य और धर्म के आदान-प्रदान…
मन को संयमित करो और भगवान की आराधना करो। जब तुम भगवान के साथ स्थिर रहोगे, तब तुम्हें सुख और…
भगवान की भक्ति करते समय, अपनी नींद, गर्व, और भ्रम को छोड़ दें। आपका मन शुद्धता और प्रेम के साथ…
जय श्री कृष्ण श्रधेय आचार्य श्री देवकी नन्दन जी (श्याम सखा ) द्वारा श्री मद भागवत कथा ज्ञान यज्ञ प्रथम…