राधे राधे बोल, राधे राधे बोल, बरसाने में डोल, के मुख से राधे राधे बोल, राधे राधे बोल, राधे राधे…
जो आपको सत्य और धर्म की राह दिखाए, वही आपका सच्चा गुरु है।
जब तुम अपने अंदर की दिव्यता को समझोगे, तब तुम ब्रह्मा का रूप देख पाओगे।
जो शांति मन से आती है, वही असली शांति होती है।
जब आप भगवान की सेवा करते हैं, तो अन्य लोगों की सेवा करने में आपका आनंद बढ़ता है।
श्री कृष्ण कहते हैं, “कर्म करो फल की चिंता मत करो।”
भगवान कृष्ण की कृपा से जीवन में आनंद और समृद्धि का आभास होता है।
धर्म का अर्थ है सत्य और न्याय की पालना करना, और अपने कर्मों के द्वारा अच्छाई फैलाना।