जमुना किनारे मेरो गाँव,साँवरे आ जइयो,
आ जइयो,जमुना किनारे मेरो गाँव,साँवरे आ जइयो,
सांवरे आ जईयो, सांवरे आ जईयो,
जमुना किनारे मेरो गाँव,साँवरे आ जइयो ॥
जमुना किनारें मेरी ऊँची हवेली,मैं बृज की गोपिका नवेली,
राधा रंगीली मेरो नाम, के बंसी बजा जइयो, सांवरे आ जईयो,
साँवरे आ जईयो,जमुना किनारे मेरो गाँव,साँवरे आ जइयो ॥
मल मल के मैं तुजे नहलाऊं, घिस घिस चंदन तिलक लगाऊँ,पूजा करूँगी,
पूजा करूँगी सुबह शाम,के माखन खा जइयो,सांवरे आ जईयो,
साँवरे आ जईयो,जमुना किनारे मेरो गाँव,साँवरे आ जइयो ॥
खस खस को बँगला बनवाऊं,चुन चुन कलियाँ, सेज सजाऊं, धीरे धीरे,
धीरे धीरे दाबू मैं पाँव, के प्रेम रस पा जइयो,
सांवरे आ जईयो, साँवरे आ जईयो,
जमुना किनारे मेरो गाँव,साँवरे आ जइयो ॥
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