जो मै ऐसा जानती, प्रीत करे दुःख होय,
नगर ढिढोरा पीटती, प्रीत ना करियो कोय,
एक बार तो राधा बनकर देखो, मेरे साँवरिया,
राधा यूँ रो रो कहे, राधा यूँ रो रो कहे,
क्या जानोगे मोहन, तुम प्रेम की भाषा,
क्या होती है आशा, क्या होती निराशा,
इक बार जरा तुम प्रेम करके, देखो साँवरिया,
राधा यूँ रो-रो कहे,
एक बार तो राधा बनकर देखो, मेरे साँवरिया,
राधा यूँ रो रो कहे, राधा यूँ रो रो कहे,
क्या होते हैं आसूँ, क्या पीड़ा होती है,
क्यों दर्द उठता है, क्यों आँखें रोती हैं,
एक बार आँसु तो बहाकर देखो साँवरिया,
राधा यूँ रो-रो कहे,
एक बार तो राधा बनकर देखो, मेरे साँवरिया,
राधा यूँ रो रो कहे, राधा यूँ रो रो कहे,
जब कोई सुनेगा ना, तेरे मन के दुखड़े,
जब तानें सुन सुन कर, होंगे दिल के टुकड़े,
एक बार जरा तुम तानें सुनकर, देखो साँवरिया,
राधा यूँ रो-रो कहे,
एक बार तो राधा बनकर देखो, मेरे साँवरिया,
राधा यूँ रो रो कहे, राधा यूँ रो रो कहे,
पनघट पे मधुबन में, वो इन्तजार करना,
कहीं श्याम तेरे खातिर, वो घुट घुट के मरना,
एक बार किसी का इंतज़ार कर, देखो साँवरिया,
राधा यूँ रो-रो कहे,
एक बार तो राधा बनकर देखो, मेरे साँवरिया,
राधा यूँ रो रो कहे, राधा यूँ रो रो कहे,
एक बार तो राधा बनकर देखो, मेरे साँवरिया,
राधा यूँ रो रो कहे, राधा यूँ रो रो कहे,
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