bhajan lyrics

मैया मोरी मैं नहिं माखन खायो लिरिक्स

मैया मोरी मैं नहिं माखन खायो
भोर भयो गैयन के पाछे, मधुवन मोहिं पठायो ।

चार पहर बंसीबट भटक्यो, साँझ परे घर आयो ॥

मैं बालक बहिंयन को छोटो, छींको किहि बिधि पायो ।

ग्वाल बाल सब बैर परे हैं, बरबस मुख लपटायो ॥
तू जननी मन की अति भोरी, इनके कहे पतिआयो ।

जिय तेरे कछु भेद उपजि है, जानि परायो जायो ॥

यह लै अपनी लकुटि कमरिया, बहुतहिं नाच नचायो ।
सूरदास तब बिहँसि जसोदा, लै उर कंठ लगायो ॥

Pawan Sharma

Recent Posts

श्री गणेश अष्टोत्तर नामावली

यह लेख "श्री गणेश अष्टोत्तर नामावली" पर आधारित है, जो भगवान गणेश के 108 पवित्र…

2 months ago

10 आसान DIY इको-फ्रेंडली गणेश प्रतिमा बनाने के आइडिया

गणेश चतुर्थी (Ganesh Chaturthi)  का पर्व नजदीक आते ही लोग गणेश जी की प्रतिमाओं को…

2 months ago

हरतालिका तीज 2024: महत्व, व्रत विधि, कथा और पूजा समय

हरतालिका तीज हिंदू धर्म में विशेष महत्व रखने वाला पर्व है, जिसे मुख्यतः महिलाएं मनाती…

3 months ago

Gopal Sahastranaam Paath in Hindi |(श्री गोपाल सहस्रनाम)

गोपाल सहस्रनाम (Gopal Sahastranam) क्या हैं? देवी देवताओ के 1000 नामो को सहस्रनाम (Sahastranam) कहा…

3 months ago

Braj Chaurasi Kos Yatra

The Braj Chaurasi Kos Yatra takes believers on a holy trek across the Braj region…

3 months ago

सम्पूर्ण सुन्दरकाण्ड हिंदी अर्थ सहित | Full Sunderkand with hindi Meaning

सुंदरकांड, रामायण के पाँचवें कांड का एक महत्वपूर्ण अध्याय है, जिसमें भगवान हनुमान की वीरता,…

3 months ago